ध्रुव जी के वन गमन के पश्चात आगे चलकर उनके वंश में अंग नामक राजा हुये।…
Category: कुलदेव
भगवान शिव के 19 अवतार
शिव महापुराण में भगवान शिव के अनेक अवतारों का वर्णन मिलता है, लेकिन बहुत ही कम…
नवदुर्गा – एक स्त्री के पूरे जीवनचक्र का बिम्ब है नवदुर्गा के नौ स्वरूप !
जन्म ग्रहण करती हुई कन्या #शैलपुत्री”* स्वरूप है ! कौमार्य अवस्था तक * #ब्रह्मचारिणी “* का…
गरुड़ और नागों की उत्पत्ति और भगवान विष्णु के वाहन बनने की कथा !!!!!!!!
आज हम आपको एक पौराणिक कथा बता रहे है जिसका वर्णन महाभारत के आदि पर्व में…
शनिवार के दिन क्यों करना चाहिए शनिदेव का तेलाभिषेक ?,
शनिदेव कर्म के देवता हैं. शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है. शनिदेव के प्रकोप से…
भगवान शिव का यतिनाथ अवतार :——
प्राचीन काल मे अर्बुदाचल पर्वत के निकट आहुक नामक एक भील अपनी पत्नी आहुका के साथ…
जगत गुरुगोरखनाथ_जी
भगवान गुरु गोरक्षनाथ शक्ति का आधार:- भगवान गुरु गोरक्षनाथ को नाथ पंथ में मुख्य रूप से…
नारद पुराण के अनुसार देवी लक्ष्मी :——-
ब्रह्मा जी के 17 मानस पुत्रों में से एक नारद मुनि थे। इनके ज्ञान और बुद्धि…
दशा माता की कथा :————
सालों पहले नल नामक एक राजा राज किया करते थे। उनकी पत्नी का नाम दमयंती था।…
माता वैष्णो देवी :———–
सनातन धर्म को मानने वाले माता वैष्णो देवी की महिमा गाते नहीं थकते हैं. हमारे धर्मशास्त्रों…