सत नमो आदेश , गुरूजी को आदेश ,
शनि राजा शनि राजा
सिमरु तोए शनि राजा
जल में सिमरु, थल में सिमरु
रण में सिमरु, वन में सिमरु
यहाँ सिमरु तहाँ होए सहाई
तुझे ग्रहपति सूर्य की दुहाई ,
महादेव की दुहाई ।
विधि :–
किसी भी शुक्ल पक्ष के शनिवार से इसका जाप प्रारंभ करे , यदि शनिवारी अमावस्या हो तो अधिक उत्तम है । इस मंत्र का 41 दिन तक जप करें । तेल का दीपक जलाकर करना है और मंत्र जाप सूर्यादय से पहले या सूर्यास्त के बाद ही करे ! साधना के दिनों में ब्रह्मचर्य रखे और साधना करते वक्त काले वस्त्र एवं काले आसन का ही प्रयोग करे ।
साधना पूरी होने के बाद यथाशक्ति हवन करें और श्रद्धा अनुसार दान पुण्य करें।
प्रयोग विधि :-
इस मंत्र का प्रयोग करने से पहले 11 बार यह मंत्र पढ़े हैं आप चाहे किसी शुभ कार्य पर जा रहे हो या आप किसी विपत्ति में हो शनिदेव आप पर जरूर कर कृपया करेंगे।
भगवान् शनिदेव आप सब पर कृपा करे ।