जम्मू कश्मीर : – होलाष्टक फाल्गुन शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से फाल्गुन पूर्णिमा तक रहते हैं। होलाष्टक के विषय में श्री कैलख ज्योतिष एंव वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य महंत रोहित शास्त्री ने बताया की होली के पर्व से आठ दिन पहले होलाष्टक प्रारम्भ होते हैं इस वर्ष 10 मार्च गुरुवार से होलाष्टक शुरू होंगे और 18 मार्च शुक्रवार को समाप्त होंगे। होलाष्टक के दिनों में आप भगवान के भजन, कीर्तन, पूजा पाठ जैसे कार्य कर सकते हैं,इनके लिए कोई भी मनाही नहीं होती है,किसी विद्वान ज्योतिषाचार्य की सलाह पर आप अपने उग्र ग्रहों की शांति के लिए उपाय कर सकते हैं। परन्तु कोई भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह,शिलान्यास, ग्रह प्रवेश,मुंडन आदि वर्जित हैं। धर्मग्रंथों के अनुसार अनुसार अगर कोई व्यक्ति होलाष्टक के दौरान कोई मांगलिक काम करता है तो उसे कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
महंत रोहित शास्त्री (ज्योतिषाचार्य) प्रधान श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट(पंजीकृत) रायपुर ठठर जम्मू कश्मीर। संपर्कसूत्र 9858293195,7006711011,9796293195.ईमेल : rohitshastri.shastri1@gmail.com