हनुमान चालीसा में छिपे मैनेजमेंट के सूत्र

कई लोगों की दिनचर्या हनुमान चालीसा पढ़ने से शुरू होती है। पर क्या आप जानते हैं…

भगवान विष्णु की यह कथा सुनने से जरूर होगा उद्धार

कष्टों और संकटो से मुक्ति पाने के लिए विष्णु जी ने मनुष्य के कर्मों को ही…

बुधवार को करें ये उपाय, होगी हर मनोकामना पूरी

हिंदू धर्म में हर दिन का अपना-अपना महत्व है. आज बुधवार है. बुधवार के दिन खास…

भगवान शिव के उन्नीस अवतारों की संक्षिप्त कथायें :

शिव महापुराण में भगवान शिव के अनेक अवतारों का वर्णन मिलता है, लेकिन बहुत ही कम…

क्यों लिया था हनुमान जी ने पंचमुखी अवतार, जानिए इनकी पूजा के लाभ

हनुमान जी इन्हे सभी युगों का मालिक माना जाता है, फिर चाहे वो सतयुग हो या…

हनुमान को प्रसन्न करने के आसान उपाय

संकटमोचन हनुमान को कौन नहीं जानता है। बस नाम लेने भर से ही वे भक्तों के…

विधी का विधान कोई टाल नहीं सकता:

भगवान विष्णु गरुड़ पर बैठ कर कैलाश पर्वत पर गए।द्वार पर गरुड़ को छोड़ कर खुद…

यज्ञोपवीत में तीन लड़, नौ तार और 96 चौवे ही क्यों ?

यज्ञोपवीत के तीन लड़, सृष्टि के समस्त पहलुओं में व्याप्त त्रिविध धर्मों की ओर हमारा ध्यान…

विष्णु भगवान की कथा

एक बार भृगु ऋषि ने जानना चाहा कि ब्रह्मा ,विष्णु और महेश में कौन सबसे श्रेष्ठ…

भगवान दत्तात्रेय की जयंती मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा के दिन 29 दिसंबर 2020 को मनाई जाएगी। दत्तात्रेय को त्रिदेवों अर्थात् ब्रह्मा, विष्णु और महेश का संयुक्त रूप माना जाता है। एक मान्यता यह भी है भगवान दत्तात्रेय विष्णु के अवतार है। दत्त जयंती पूरे देश में श्रद्धा भक्ति के साथ मनाई जाती है। दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में इसका अधिक महत्व है। इसीलिए महाराष्ट्र में प्रसिद्ध दत्त संप्रदाय में बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए हैं। भगवान दत्तात्रेय में त्रिदेवों की शक्ति समाहित है इसलिए इनकी पूजा समस्त सुख, वैभव, ऐश्वर्य प्रदान करने वाली कही गई है।

भगवान दत्तात्रेय के तीन सिर और छह भुजाएं होती हैं। इनका वाहन श्वान को बताया गया…