कुलदेवताओं को मानना कितना जरूरी होता है

जय कुलदेव

प्रियजनों आप सभी भलीभांति जानते हैं हमारे वेदों शास्त्रों में 33 करोड़ देवी देवताओं का वर्णन किया गया है जिस में हम ईश्वर रूपी सभी को नमन करते हैं उन की आराधना करते हैं। आज के समय की अगर बात करें तो हर घर में घरेलू समस्याओं की वृद्धि होती है जिस में छोटे मोटे मामले घर मे सुख शांति चैन न होना यह एक आम बात हो गई है। जब कोई कष्ट दुख तकलीफ होती है सब से पहले हम डॉक्टरों के पास जाते हैं जब राहत नहीं मिलती फिर हम सयानों के चक्कर मे पड़ जाते हैं जहां हमें तरह-तरह की बातें बताई जाती हैं और आश्वासन दिया जाता है आप की समस्या का समाधान हम कर देंगे। लेकिन कई वर्ष बीत जाने पर भी हमें कोई लाभ नही मिला इस दौरान हम काफी कुछ लुटा देते हैं।

प्यारे भक्तों यदि हमें कोई बतादें की क्या आप ने अपने कुलदेवता को माना है उन्हें याद किया है उन की आराधना की है, यह सवाल हमें कोई नही बताएगा न समझायेगा यदि यह सब बता दिया तो फिर आप उस के पास क्यों जाओगे उस का धंधा कैसे चलेगा। इस लिए आप को अपने आप पर विशवास रख कर अपने कुलदेवता की शरण मे जाना चाहिए जहां आप की हर परेशानी का उपाय है, जिस तरह से आप भगवान की आराधना करते हो ठीक उसी प्रकार आप को अपने देवतें को पूजना जरूरी है। कहा जाता है कुलदेवता कुल के रक्षक होते हैं उन के बिना हम ग्रस्त नही चला सकतें यह सब उन्ही की देन है लेकिन आज के समय में हम उन्हें भूल कर दूसरों के पास दौड़ रहे हैं। उद्धरण: आप का बच्चा यदि भूखा है तो आप लंगर लगा कर लोगों को खिला रहे हो वो सब व्यर्थ है आप ईश्वर के नाम पर सब शुभ कार्य कर रहे हो लेकिन आप ने देवतें के नाम पर क्या किया क्या दिया है आज अगर हम परेशानियों में घेरे हैं तो उस में हमारा कसूर है ना कि किसी देवी देवताओं का।

आप यदि किसी के पास जाते हैं ऊनी परेशानियों को लेकर वो पहले आप का हिसाब किताब देखता है कहता है आप को देवतें का कसूर है भाई बताओं न कैसे देवता क्यों किसी कष्ट देगा, हम खुद गलतियां करते हैं और खुद भुकतान करते हैं और दोष देवतें को देते हैं, प्रियजनों कुलदेवता कभी किसी को कष्ट नही देते बल्कि वो आप को खुशियां देते हैं आप के भंडार बरतें हैं आप के कुल में वृद्धि करते हैं और हम दोष उन्हें देते हैं देवतें ने हमें कष्ट दिया। में आप को बताता हूँ आप अपने दिमाग से यह निकल दो की देवता आप को कष्ट देता है यह गलत बात है कभी देवता कष्ट नही देता, उद्धरण: “जैसी करनी वैसी भरनी”।

आप सभी रोजाना अपने देवता को याद करें उन की आराधना करें प्रत्येक नियम के साथ आप के सभी कष्टों का निवारण होगा,आप दृढ़ विश्वास से सुबह शाम केबल ॐ कुलदेवाये नाम: का जाप करें और नितज आप के सामने होगा पर वो तभी संभव है जब आप अपने कुलदेव को साक्षी मान कर उन का सुमरिन करेंगे। इस से आप की सभी बाधाएं दूर होंगी। किसी डॉक्टर, सयाने के पास जाने की कोई अविशिकता नहीं होगी, आप को एक बात से और अवगत करवा देते हैं इस संसार में कोई भी व्यक्ति भगवान नही बन सकता और न कोई किसी को ठीक कर सकता है सच व्यक्ति वोही है जो देवताओं की वाणी का प्रचार करता है और राह दिखता है करनी करानी सब देवता की देन है यदि आप की सच्ची सेवा है तो उस का फल कुलदेव जरूर देते हैं। हमारा मकसद किसी की भावनाओं को आहत करने नही है बल्कि उसे जागरूक करना है जो भी करना है आप को करना है कोई किसी के लिए कुछ नही कर सकता आप की भक्ति आप की सेवा आप का सुमरिन आप के लिए हर परेशानी का इलाज है इस लिए आप सभी अपने देवताओं को माने उन को सुमरिन करें त की आप के कष्टों रोगों दुख तकलीफों से छुटकारा मिलें।

कुलदेव कहते हैं

है इंसान तू करता वोही है जो तू चाहता है। पर होता वही जो में चाहता हूं तू कर वही जो में चाहता हूं फिर देख होगा वही जो तू चाहता है।

इस अक्षरों में आप के हर सवाल का उत्तर है यदि आप इन्हें अपने जीवन मे उतारें इन पर चले तो संसार की कोई भी नकारात्मक शक्ति आप का बाल भी बांका नही कर सकती। यदि हमारे इस आर्टिकल को लेकर आप के मन मे कोई सवाल है तो हमें जरूर लिखें।

जय माता काली, जय गुरु गोरक्षनाथ जी,जय कुलदेव, जय राजा मंडलीक जी, जय बाबा कालीवीर जी,जय बाबा नाहर सिंह जी की।

लेखक: राही कपूर (बाबा जी के दरबार के कुत्ते की चरणों की धूल)

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