भारत के प्राचीन मन्दिरों के देख कर मन मे 1 ही प्रश्न बार बार आता है, ये छेनी-हथोड़े से बनी तो नही लगती, जरूर कोई न कोई विद्या या तकनीक होगी, जो हम समझ नही पा रहे या फिर ब्रम्हास्त्र आदि के समान विलुप्त हो गई।
वैसे ये मूर्तियां चेन्नाकेशव मंदिर, बेलूर, कर्नाटक की है।