इस दिन लाल रंग के कपड़े में 11 कौड़ियां बांधकर पूजाघर में रख दें ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा सदैव घर पर बनी रहती है।
जम्मू कश्मीर : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर वर्ष वैशाख मास शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है,अक्षय तृतीया के पर्व के विषय में श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के प्रधान ज्योतिषाचार्य महंत रोहित शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष सन् 2022 ई. 03 मई मंगलवार को अक्षय तृतीया का पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन मनाया जाएगा। अक्षय तृतीया तिथि 03 मई मंगलवार सुबह 05 बजकर 19 मिनट पर शुरू होगी और 04 मई सुबह 07 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगी। अक्षय तृतीया पर्व,पूजन एवं दान 03 मई मंगलवार को ही करना शुभ होगा। कोरोना वायरस के चलते घर में ही पूजन एवं घर के आस पास जरूरतमंद लोगों को दान करें। इस दिन देव-पितृ तर्पण यज्ञ,होम दान आदि कर्म करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अक्षय तृतीया का पर्व इस वर्ष मंगलवार के दिन मनाया जाएगा, इस दिन रोहिणी नक्षत्र और शोभन योग की वजह से मंगल रोहिणी योग बन रहा है। अक्षय तृतीया के दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृष, शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में, शनि अपनी स्वराशि कुभं में जबकि बृहस्पति अपनी स्वराशि मीन में मोजूद होंगे,इस वजह से इस बार की अक्षय तृतीया का विशेष महत्व होगा।
महंत रोहित शास्त्री ने बताया ‘अक्षय’ का अर्थ है, “जो कभी भी ख़त्म नहीं होता” अर्थात् ‘जिसका कभी अन्त नहीं होता’। हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार यह दिन सौभाग्य और सफलता का सूचक है, इस दिन को ‘सर्वसिद्धि मुहूर्त दिन’ भी कहते है, क्योंकि इस दिन शुभ काम के लिये पंचांग देखने की ज़रूरत नहीं होती।
इस दिन लोग सोना लेना,चांदी लेना,नवीन बर्तन लेना,नया वाहन लेना,जमीन लेना,नया मकान लेना,गृह प्रवेश,इत्यादि जैसे कार्यों के लिए तो लोग इस तिथि का विशेष उपयोग करते हैं,अक्षय तृतीया’ के दिन ख़रीदे गये बेशक़ीमती आभूषण एवं सामान शाश्वत समृद्धि के प्रतीक हैं। इस दिन ख़रीदा व धारण किया गया सोना अखण्ड सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। इस दिन शुरू किये गए किसी भी नये काम या किसी भी काम में लगायी गई पूँजी में सदा सफलता मिलती है और वह फलता-फूलता है। यह माना जाता है कि इस दिन ख़रीदा गया सोना कभी समाप्त नहीं होता, क्योंकि भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी स्वयं उसकी रक्षा करते हैं।
क्या दान देना चाहिए अक्षय तृतीया के दिन:-
अच्छी नियत से दी गयी हर वस्तु के दान का पुण्य लगता है, इस दिन घी, शक्कर, अनाज, फल, सब्जी, इमली, कपड़े, सोना, चाँदी,जौ, गेहूं, सत्तू, दही चावल, मिट्टी का घड़ा, फल आदि का दान देना चाहिए, इस दिन छोटे से छोटे दान का भी बहूत महत्व है,फिर भी एक दिलचस्प मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया पर इलेक्ट्रॉनिक्स सामान देने का भी महत्व है. इस दिन कई लोग पंखे, कूलर आदि का दान करते हैं,दरअसल इसके पीछे यह धारणा है की यह पर्व गर्मी के दिनों में आता है, और इसलिए गर्मी से बचने के उपकरण दान में देने से लोगों का भला होगा।
अक्षय तृतीया के दिन का महत्व :-
अक्षय तृतीया पर्व का सनातन धर्म में विशेष महत्व है, आइए जानें इससे जुड़े 12 ऐसे पौराणिक राज ।
अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु जी के 6 अवतार परशुराम जी का जन्म हुआ ,मां गंगा का अवतरण हुआ था ,अन्नपूर्णा का जन्म की भी मान्यता है ,कुबेर को आज के दिन खजाना मिला था,द्रोपदी को चीरहरण से कृष्ण ने आज के ही दिन बचाया था,सतयुग और त्रेतायुग का प्रारब्ध आज के दिन हुआ था,कृष्ण और सुदामा का मिलन भी अक्षय तृतीया पर हुआ था,ब्रह्माजी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण,प्रसिद्ध तीर्थ बद्री नारायण का कपाट आज के दिन खोले जाते हैं,वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में श्री विग्रह के चरण दर्शन होते हैं अन्यथा सालभर चरण वस्त्रों से ढके रहते हैं,महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था।
इस दिन श्री गणेश जी,भगवान शिव माता पार्वती श्रीलक्ष्मीनारायण,भगवान श्रीपरशुराम जी,कुबेर जी की पूजा करें।
इस दिन लाल रंग के कपड़े में 11 कौड़ियां बांधकर पूजाघर में रख दें ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा सदैव घर पर बनी रहती है।
अक्षय तृतीया के पूजन मंत्र :-
ॐ पहिनी पक्षनेत्री पक्षमना लक्ष्मी दाहिनी वाच्छा भूत-प्रेत सर्वशत्रु हारिणी दर्जन मोहिनी रिद्धि सिद्धि कुरु-कुरु-स्वाहा।
ॐ आध्य लक्ष्म्यै नम:।
ॐ विद्या लक्ष्म्यै नम:।
ॐ सौभाग्य लक्ष्म्यै नम:।
ॐ अमृत लक्ष्म्यै नम:।
अपनी राशि के अनुसार उपाय करें :-
मेष राशि- इस दिन लाल कपड़े पहनने चाहिए,लाल वस्त्र कन्या को दान करें और कन्या पूजन करें।
वृष राशि- इस दिन चावल दान करें और स्टील के कलश में जल या चावल भरकर ब्राह्मण देवता को दान करना चाहिए।
मिथुन राशि- इस दिन वस्त्र ,मूंग दाल का दान करने से धन लाभ होगा।
कर्क राशि- इस दिन चावल, सफेद वस्त्र, दूध, दही दान करें,चांदी का कड़ा या मोती धारण करने से धन लाभ होगा।
सिंह राशि- इस दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करें,गुड़, तांबा दान करें और इस दिन सूर्य देव जी का पूजन करें।
कन्या राशि- इस दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करें और पन्ना दान करें ।
तुला राशि- इस दिन सफेद कपड़ा धारण करें,सफेद कपड़ा दान करें और ब्राह्मण देवता को चावल दान करें।
वृश्चिक राशि- इस दिन गुड़ ,अनार और मूंगा दान करें ऐसा करने से धन लाभ होगा।
धनु राशि- इस दिन केला,पीले कपड़े दान करें, हल्दी लपेटकर पूजा स्थल में रखे धन का लाभ होगा।
मकर राशि – इस दिन तिल,सरसों का तेल काले रंग के वस्त्र दान करें इस उपाय से धन लाभ के साथ भाग्यशाली भी बनाएगा।
कुंभ राशि- इस दिन तिल, लोहा, नारियल का दान करें इस धन लाभ होगा।
मीन राशि- इस दिन पीले रंग के कपड़े और हल्दी दान करें,इस दिन पीले रंग के कपड़े में पीला फूल बांधकर घर के पूर्व दिशा में रख लें, इस से धन और सम्मान बढ़ेगा।
महंत रोहित शास्त्री (ज्योतिषाचार्य) अध्यक्ष श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट (पंजीकृत) संपर्कसूत्र :-9858293195,7006711011,9796293195