जम्मू कश्मीर : खण्डग्रास सूर्यग्रहण 30 अप्रैल/1 मई,सन् 2022 ई. शनिवार/रविवार को लगने वाला है और यह सूर्यग्रहण इस वर्ष का पहला खण्डग्रास सूर्यग्रहण होगा। खण्डग्रास सूर्यग्रहण के विषय में श्रीकैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ज्योतिषाचार्य ने बताया सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है। दोनों ग्रहणों का असर सभी प्राणियों पर पड़ता है।
सन् 2022 ई., 30 अप्रैल/1 मई, शनिवार/रविवार को लगने वाला सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए लोगों को इस सूर्यग्रहण से संबंधित बातों जैसे गर्भवती महिलाओं को, सूतक,स्नान,दान,जप,तप,माहात्म्य का कोई विचार नहीं होगा,इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद नहीं होंगे एवं इसका आपकी राशियों पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। सूर्यग्रहण को लेकर परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।
भारतीय समय के अनुसार यह खण्डग्रास सूर्यग्रहण वैशाख अमावस्या शनिवार 30 अप्रैल दिन शनिवार को देर रात 12 बजकर 16 मिनट पर प्रारंभ होगा,ग्रहण का मध्य (परमग्रास) 02 बजकर 11 मिनट पर होगा और इसका समापन 01 मई दिन रविवार को सुबह 04 बजकर 08 मिनट पर होगा। ग्रहण का ग्रासमान – 0.639 होगा और ग्रहण की कुल अवधि 03 घंटे 52 मिनट की होगी। यानी भारत में इस दौरान रात रहेगी तो यहा पर कहीं सूर्यग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसीलिए जब ग्रहण दिखाई ही नहीं देगा तो इसका प्रभाव भी नहीं पड़ेगा।
कहा – कहा दिखाई देगा यह खण्डग्रास सूर्यग्रहण:-
यह सूर्यग्रहण दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी देशों में,सुदूर उत्तरी अंटार्कटिका, दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी हिस्से और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा।
इस दिन वैशाख अमावस्या भी है शनिवार दिन होने के कारण इसे शनिवारी अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन आप पूजा ,पाठ,जप,तप,दान,पुण्य,व्रत आदि कर सकते हैं।
महंत रोहित शास्त्री (ज्योतिषाचार्य) प्रधान श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट(पंजीकृत) रायपुर ठठर जम्मू कश्मीर। पिन:- 181123, संपर्कसूत्र 9858293195,7006711011,9796293195.ईमेल :rohitshastri.shastri1@gmail.com