हिंदू धर्म में सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवता की पूजा की जाती है. गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए बेहद खास होता है. भगवान विष्णु को जगत का पालनहार भी माना जाता है. कहते हैं सच्चे मन से पूजा करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं भगवान विष्णु जरूर पूरा करते हैं.
विष्णु जी की पूजा विधि
गुरुवार के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठें. उसके बाद स्नान कर साफ कपड़े पहनें. किसी चौकी पर साफ वस्त्र बिछाकर उस पर भगवान विष्णु जी की प्रतिमा स्थापित करें. पीली चीजें भगवान विष्णु को अत्याधिक प्रिय है. इसलिए भगवान विष्णु को पीले फूल और पीले फल का भोग लगाएं. इसके बाद भगवान विष्णु जी को धूप व दीप दिखाएं. विष्णु जी की आरती जरूर करें.
गुरुवार के दिन इन उपायों को करने से होता है लाभ
1-ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अगर किसी की कुंडली में बृहस्पति ग्रह है तो उसके विवाह में बाधा आती है. इसके लिए गुरुवार को केले के वृक्ष की जड़ में जल अर्पित करना करें. शुद्ध घी का दीपक जलाकर गुरु के 108 नामों का उच्चारण करना चाहिए. ऐसा करने से विवाह में आ रही अड़चने दूर होती हैं.
2- गुरुवार के दिन केसर पीला चंदन या फिर हल्दी का दान करना बहुत शुभ होता है. इससे घर में सुख-शांति आती है और बीमारी दूर भागती है. बृहस्पति देव को पीला रंग बहुत प्रिय हैं और वे पीले रंग का पीतांबर धारण करते हैं. इसलिए इनकी पूजा में हल्दी का उपयोग होता है.
3- गुरुवार को पूजा करने के बाद माथें पर तिलक लगाएं. गुरुवार के दिन माथे पर पीले चंदन या हल्दी का तिलक लगाना चाहिए इससे गुरु मजबूत होता है.
4- गुरुवार को व्रत रखना चाहिए, पीले रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए और खाने में पीली वस्तुओं को शामिल करना चाहिए. ऐसे करने से भी विवाह में आ रही परेशानियां दूर होती हैं.
5- अगर आपके प्रमोशन या कार्यक्षेत्र में बाधाएं आ रही हैं तो इन्हें दूर करने के लिए गुरुवार को दिन में मंदिर में पीले रंग की वस्तुएं दान करें. व्यवसाय में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए गुरुवार के दिन पूजाघर में हल्दी की माला लटकाएं और कार्यस्थल पर पीले रंग की वस्तुओं का प्रयोग करें.