यह फोटोशॉप नहीं है और ना ही कोई पेंटिंग है ! यह भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय का मंदिर है
बातू गुफाएँ मलेशिया के गोम्बैक जिले में स्थित एक चूना पत्थर की पहाड़ी है जिसमें गुफ़ाओं व गुफा मंदिरों की शृंखलाएँ हैं। यह पहाड़ी मलेशिया की राजधानी क्वालालम्पुर से 13 किलोमीटर (8 मील) दूर है। इसका यह नाम इसे पहाड़ी के पीछे बहने वाली बातू नदी से मिला है, इसके साथ ही पास के एक गाँव का नाम भी बातू गुफा है। यहाँ की गुफा भारत से बहार हिंदुओं का एक बहुत प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है!!
गुफा का मंदिर शिव व पार्वती के ज्येष्ठ पुत्र कार्तिकेय (मुरुगन) को समर्पित है। यह स्थान मलेशिया में हिन्दुओं द्वारा मनाए जाने वाले त्योहार थाईपुसम का केंद्र बिंदु है।
ये गुफा मलेशिया में पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक है. कुआलालम्पुर जाने वाले पर्यटक इस गुफा मंदिर को देखने ज़रूर जाते हैं.
गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए 272 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. ऊपर पहुंचकर दिखाई देती है चूना पत्थर की बनी विशाल गुफा, जो करीब 100 मीटर ऊंची है.
ईश्वर में आस्था न भी हो तो इस गुफा के भीतर जाने पर कुछ अलग अहसास ज़रूर होता है. ऐसा लगता है कि जैसे पहाड़ को काटकर बनाए किसी विशाल हॉल में आ गए हों.