मंत्र = ॐ नमो मोहनी रानी। ।
पलंग चढ वैठी। ।
मोह रही दरवार। ।
मेरी भक्ति। ।
गुरु की शक्ति। ।
फुरो मंत्र। ।
ईश्वरो वाचा। ।
दुहाई लुना चमारी की। ।
दुहाई गौरा पार्वती की। ।
दुहाई बजरंगबली की। ।
सत्यनाम आदेश गुरु का। ।
विधि = दिवाली की पूरी रात जितना सम्भव हो ए मंत्र जाप करे। फिर अगले दिन सुबह स्नान करके कुछ सरषो का तेल लेकर उपरोक्त मंत्र से २१ वार अभिमंत्रित करके ललाट पे तिलक करके जाहा भी जायेंगे बह सभी आश्चर्य रूप से मोहित हो जायेगा।