शून्य ही पूर्ण हैं

ओर पूर्ण ही शून्य हैंlशून्य सें अधिक पूर्ण इस जगत में कुछ हैं ही नहींओर पूर्णता…

॥ गायत्रीमन्त्राः ॥
सर्व गायत्री 145 देवो के गायत्री मंत्र

1 सूर्य ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥2 ॐ आदित्याय…

हनुमान रक्षा-शाबर मन्त्र

“ॐ गर्जन्तां घोरन्तां, इतनी छिन कहाँ लगाई ? साँझ क वेला, लौंग-सुपारी-पान-फूल-इलायची-धूप-दीप-रोट॒लँगोट-फल-फलाहार मो पै माँगै। अञ्जनी-पुत्र…