॥ श्री भैरव चालीसा ॥

श्री गणपति गुरु गौरि पद प्रेम सहित धरि माथ ।चालीसा वन्दन करौं श्री शिव भैरवनाथ ॥…

राजामांडलिक (गोगा जी ) चालीसा

। ।  दोहा । । सुवन केहरी जेवर सुत महाबली रनधीर  । । बंदौ सुत रानी बाछला विपत…